जो समेत हैं, वो अन्य हैं

समेत


समेत के बाद जो आए, वो बस मौजूद रहे. जैसे किसी 'मौके पर अमिताभ बच्चन, सलमान ख़ान, मोदी, राहुल समेत कई अन्य नामी लोग मौजूद रहे' वाली लाइन में लिखा होता है. मगर इन हस्तियों को भी पता था कि उनके नामी होने में कुछ कम था, तभी वो समेत के बाद आए और बस मौजूद रहे. अखबारों में छपी तस्वीरों के कैप्शन में इनके नाम में बाएं से दाएं आते-आते अन्य में सिमट गए. छपे हुए नामों ने अन्य और समेत के बाद से अपने नाम को बनाने तक का सफर तय किया था या सफर तैयार मिला था किसी और नाम के सहारे. कुछ थे जो मेंटेन कर गए. कुछ अन्य थे, जो अन्य हो गए.

यही वो अन्य थे, जो मुक्के खा-खाकर किसी को हीरो बनवा देते थे. मगर हीरो के बनने में सिर्फ हीरो के हीरोपन को देखा गया. फ़िल्म की स्टारकास्ट की भीड़ में छिपे अन्य, जिनको पिटता देख खुशी होती है वो कहीं छिप गए.

चंद्रिका बनी माधुरी दीक्षित पर हरा रंग किसी देवदास ने नहीं डाला था. वो रंग डाला था उस गाने में पीछे बैठी उन दस लड़कियों ने, जिन्होंने सफेद रंग पहना था. सफेद न होता तो हरा..उतना हरा न दिखता कि मन हरा हो जाता. मगर वो क़रीब 10 लड़कियां सफेद पहने अन्य बनी रहीं. सलमान, माधुरी, जैकी श्रॉफ, ऐश्वर्या राय समेत अन्य.




समेत के बाद जितने भी अन्य मौजूद रहे, वो कभी शामिल नहीं हुए. एंड टीम में मौजूद लोग बिना अपने नाम को जिए, नाम के जश्न को बिना मनाए वक्त के साथ बितते गए. इतना बीते कि एक रोज़ वाक्यों में जैसे ही अन्य या समेत आता वो आगे नहीं बढ़ते. क्योंकि उन्हें भी मालूम था कि आगे जो लोग मौजूद हैं, वो बिना वजूद हैं. अन्य हैं. समेत हैं.

अन्य समेत अन्य हैं
प्रमुख नाम धन्य हैं
गुमनामी अपराध जघन्य है
मशहूर होना सर्वमन्य है

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें